मेरा कहा अगर जो मान वो लेता ,
रुख हमारी जिंदगी का और ही होता !
मेरा हाथ अगर जो थाम वो लेता
इस तूफान को हमने सहन कर लिया होता !
दिए दर्द का अगर जो दाम वो लेता
दौलत का उसकी शायद हिसाब नही होता !
शिद्दत से अगर जो नाम वो लेता
कब्र में भी दिल शायद धड़क
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