निर्मल शीतल गंगा जल ,
लगे ना जिसको अमृतधारा !
पावन भारत की इस भूमि को ,
जिसने माता कह ना पुकारा !
तुंग हिमालय के लिए,
जिसके हृदय में प्यार नहीं !
ऐसे देशद्रोही को भारत में,
रहने का अधिकार नहीं !!
"भुमिपुत्र "
Saturday, July 30, 2011
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