ना जाने कितने लोग मेरे साथ हैं ,
फ़िर भी तड़पाता ये अकेलेपन का अहसास है !
होठों की हँसी पे जाती हैं सबकी नज़र ,
आंखों को जरा देख एक धंसा हुआ फांस है !
एक अधूरे ख्वाब जैसी लगने लगी है ज़िन्दगी ,
दिल धड़क तो रहा है पर साँसे उसके पास है !
उसका ख्याल आते ही चहरे पे चमक आती है ,
में जानता हूँ इस दिल में उसकी जगह कुछ खास है !!
"भुमिपुत्र "
फ़िर भी तड़पाता ये अकेलेपन का अहसास है !
होठों की हँसी पे जाती हैं सबकी नज़र ,
आंखों को जरा देख एक धंसा हुआ फांस है !
एक अधूरे ख्वाब जैसी लगने लगी है ज़िन्दगी ,
दिल धड़क तो रहा है पर साँसे उसके पास है !
उसका ख्याल आते ही चहरे पे चमक आती है ,
में जानता हूँ इस दिल में उसकी जगह कुछ खास है !!
"भुमिपुत्र "