चाहता हूँ कुछ गुजरे पल, बस मेरी ज़िन्दगी बन जाये,
कल रात का कोई ख्वाब, आज हकीकत में बदल जाये !
पानी पे चलने का हुनर , कल मुझको भी आ गया है ,
कोई जाये और ये बात , उन फरिश्तों को भी समझाए !
अपना ही पुराना चेहरा , अब याद भी नहीं आता ,
कोई नयी महक उठे , और मेरे बाग़ को फिर महकाए !
दरिया के बीच में खड़ा होकर , दिल सोचने लगा फिरसे ,
किश्ती को किनारे लगा दूँ , की यहीं डुबो दिया जाये !!
"भुमिपुत्र"
कल रात का कोई ख्वाब, आज हकीकत में बदल जाये !
पानी पे चलने का हुनर , कल मुझको भी आ गया है ,
कोई जाये और ये बात , उन फरिश्तों को भी समझाए !
अपना ही पुराना चेहरा , अब याद भी नहीं आता ,
कोई नयी महक उठे , और मेरे बाग़ को फिर महकाए !
दरिया के बीच में खड़ा होकर , दिल सोचने लगा फिरसे ,
किश्ती को किनारे लगा दूँ , की यहीं डुबो दिया जाये !!
"भुमिपुत्र"