Friday, October 26, 2007

मेरी कवितायेँ :- इंतज़ार


इंतज़ार तेरा रहेगा मुझको,
सूरज के जल जाने तक !

इंतज़ार तेरा रहेगा मुझको,
गंगा के बह जाने तक !

इंतज़ार तेरा रहेगा मुझको,
हिमालय के गिर जाने तक !

इंतज़ार तेरा रहेगा मुझको,
क़यामत के आ जाने तक !

इन सारी वफाओं के बदले,
दिल मेरा तो कुछ चाहेगा ही !

इंतज़ार तुम मेरा करना,
मेरे लौट के आने तक !!

"भुमिपुत्र "

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